शगुन और अपशगुन की अपनी एक मान्यता है और प्रकृति किसी न किसी रूप में लाभ और हानि का संकेत देती है जिसे शगुन,अप-शगुन माना जाता है|हिन्दू संस्कृति में,सभी उपनिषदों में एवं ग्रंथों में शगुन,अप-शगुन का वर्णन किया गया है|इन सभी
बातों के पीछे विज्ञानी तर्क भी है|दरअसल प्रकृति में नकारात्मक और सकारात्मक
उर्जा बनी रहती है। जब इंसान का वक्त अच्छा चल रहा होता है,तो उसके
आस-पास सकारात्मक उर्जा बढ जाती है और जब इंसान का वक्त बुरा चल रहा होता है,तो उसके
आस-पास नकारात्मक उर्जा बढ जाती है, और
आज के समय
में मनुष्य के पास पैसा है तो उसके पास सब
कुछ है।धन दौलत इंसान के लिए ज़रूरतमंद आवएशकताएं बन गयी है और इसिलए हम आज कुछ,ऐसे ही निम्नलिखित
शगुन धन प्राप्ति का संकेत देते है :
v अचानक गायों का आपके घर के आस-पास आकर बैठना शुरु कर देना। यह शगुन है की आपके घर में बड़ी खुशी आने वाली है। ऐसे ही कुछ और शगुन हैं जो आपको धन लाभ का संकेत देते हैं।
v
जेब से अचानक पैसे का गिरना।
v
दूध का उबल का गिरना जाना।
v
हल्दी लगा पैसा कहीं से मिलना।
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कौआ उड़ता हुआ आकर अचानक पैर को छूकर चला जाए।
v
मोर की आवाज सुनाई देना। माना जाता है की तीन बार मोर की आवाज कानों में आए तो यह धन लाभ का सूचक होता है।
v
यात्रा पर जाते समय पक्षियों का झुंड दिखना कार्य में सफलता और लाभ का सूचक होता है। किया गया है किया गया है किया गया है
v
घर में दो मुंह के सांप का आना।
v
दीपावली की रात बिल्ली का घर में आना।
v
दायीं आंख की ऊपरी पलकों का फड़कना बताता है की
लाभ और शुभ समाचार मिलने वाला है।
अगर धन दूसरों की भलाई करने में मदद करे, तो इसका कुछ मूल्य है, अन्यथा, ये सिर्फ बुराई का एक ढेर है, और इससे जितना जल्दी
छुटकारा मिल जाये उतना बेहतर है|
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