सकट के चाँद को अर्घ देते समय यह बोलना चाहिए
चंदा हेलो उगीयो , हरिया बांस कटाय ,साजन ऊबा बारने , आखा पाती लाय ,
सोना की सी सांकली गले मोतियां रो हार , तिल चौथ का चाँद ने अरग देवता , जीवो वीर भरतार।
चाँद को अर्घ देने के बाद तिलकुट पर रूपये रख कर बायना निकाल कर सासू माँ को दें। पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें। अगर सासू माँ ना हो तो बायना जेठानी या ननद को दिया जा सकता है। इसके बाद पहले टिकुट ग्रहण करें और फिर खाना खाएँ। दूसरे दिन चौथ माता को संभालकर अपने पास रख लें तथा बाकि सभी सामान मंदिर में या ब्राह्मण को दे दें।
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