आकांशा शर्मा : ओम एक अनन्त शक्ति है, ओम 3 अक्षरों से बना होता है आ-ओ-म, आ का मतलब माना जाता है किसी चीज का जन्म होना, ओ का अर्थ उठने से माना जाता है उतना यानि विकास, और म का अर्थ होता है मौन हो जाना
रोजाना सुबह सूर्योदय से पहले उठा जाये और नहाने के बाद एक शांत जगह पर जाकर बैठ जाएं, 108 बार उच्चारण करें | ओम को बोलते समय पूरा ध्यान बोलने पर ही रखें इससे मस्तिष्क में मौन उतर जायेगा पूरा शरीर तनाव रहित और शांत मालूम होने लगेगा |
अग़र आपको ज़्यादातर घबराहट होती हैं, तो आपक़ो रोज़ाना ओम का उच्चारण करना चाहिये इससे चमत्कारी लाभ होते है, और घबराह्ट होना बंद हो जाती है |
वैज्ञानिकों ने 7 साल तक़ ओम के उच्चारण किया और पाया की रोज़ाना के उच्चारण से शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पडता है | इससे मरीज़ों को भी आराम मिलता हैं साथ ही महिलाओं का बांझपन भी दूर होता हैं |
अगर आपको नींद नहीं आती हैं तो ओम का उच्चारण आपके लिये बहुत फायदेमंद साबित होगा, इससे आपकी नींद गहरी होती जायेगी | और ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीज़ों के लिये भी यह लाभकारी होता हैं, रोज़ाना सुबह के समय 108 बार जाप करना फायेदमंद रहता है
एक आध्यात्मिक लाभ यह होता है की ‘आने वाला पल केसा होगा’ आप देख सकेंगे
ॐ का जाप करने से आपके शत्रु भी मित्र बन जायेंगे |
जिन बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता उनके लिए भी यह बेहद फायदेमंद हैं, क्योंकि यह स्मरन-शक्ति बढ़ाता है, और मन को एक जगह फोकस करने में करता है |
सुखासन में बैठ क़र रोज़ाना 40 मिनट का उच्चारण किया जाएं तो सिर्फ 7 दिनों में ही अपने स्वाभाव (व्यक्तित्व) में बदलाव आने लगेगा, आपका स्वभाव बदल जाएगा, और 6 सप्ताह में तो 50 % तक़ बदलाव आने लगता है | और ऐसे लोग उन लोगो कि गीनती में आने लगतें है, जो अग़र संकल्प क़र लें तो अपने से 50 गुना ज़्यादा लोगों की सोच और व्यवहार में बद्लाव ला दें |
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